एक खयाल ऐसा भी...!!!
कोई दिल में लिये अरमान चला जाता है, कोई खोये हुए औसार चला जाता है, हुस्नवालों से यह केह दो के ना निकलें बाहिर, देखनेवालों का ईमान चला जाता है |
मस्त नज़रों से अल्लाह बचाएं, माहजमालों से अल्लाह बचाएं |
हर बला सर पे आजाए लेकिन, हुस्नवालों से अल्लाह बचाए |
Time to finish some unfinished work during this lockdown
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